खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा है कि खिलाड़ियों के बेहतर प्रदर्शन की जिम्मेदारी उनके अतिरिक्त उनके प्रशिक्षकों की भी होती है। खिलाड़ी पूर्णत: शारीरिक एवं मानसिक तौर पर चुनौती का सामना करने के लिये उन्हें एक मेनटॉर (परामर्शदाता) कि आवश्यकता होती हैं और यह भूमिका प्रशिक्षक के अलावा कोई और नहीं निभा सकता। श्रीमती सिंधिया ने कहा कि इसके लिये खेल विभाग द्वारा यूनिवर्सिटी ऑफ डेलावेयर के लेक्चरर तथा आईसीईसीपी के निदेशक डॉ. मैथ्यू रॉबिनसन, अभिनव बिन्द्रा फाउन्डेशन के समन्वय से कोच डेवलेपमेंट प्रोग्राम पर प्रारंभिक चर्चा की जा रही है। श्रीमती सिंधिया ने यह जानकारी सोमवार को टी.टी. नगर स्टेडियम में अभिनव बिन्द्रा फाउन्डेशन के सीइओ श्री अभिनव बिन्द्रा से वेबिनार के माध्यम से चर्चा के बाद की।
खेल मंत्री ने बताया कि इंटरनेशनल कोचिंग एनरिचमेंट सर्टिफिकेट प्रोग्राम (ICECP) के अंतर्गत एक वर्षीय प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार किया गया है। इसके तहत आर्टस एण्ड साईंस ऑफ कोचिंग, एथलिट डेवलपमेंट, STEAM-स्पोर्टस साईंस, टेक्नॉलाजी, इंजीनियरिंग, एनालिटिक मेडिसन तथा एथलिट परफारमेंस एवं एथलिट वेलबीइंग जैसे पाठ्यक्रमों में प्रशिक्षण दिया जायेगा।
यूनिवर्सिटी ऑफ डेलावेयर के डॉ. मैथ्यू राबिनसन ने बताया कि उनकी संस्था द्वारा 100 देशों के लगभग 350 प्रशिक्षकों को 23 विभिन्न खेलों में प्रशिक्षित किया गया है। अभिनव बिन्द्रा फाउन्डेशन के परामर्श समिति के सदस्य श्री रार्बेट गैमबरडेला ने बताया कि यह पाठ्यक्रम प्रशिक्षकों को बेहतर मेनटॉर बनने में सहायक होगा। इस अवसर पर संचालक, खेल एवं युवा कल्याण श्री पवन कुमार जैन, अभिनव बिन्द्रा फाउन्डेशन के सीईओ पूर्व ऑलम्पियन शूटर श्री अभिनव बिन्द्रा उपस्थित थे।
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