समग्र स्वच्छता के कार्य में शासकीय अमले के साथ-साथ आम जनों की भी सहभागिता हो, इसके लिये हर शनिवार एवं रविवार को वार्ड मॉनीटर अपने-अपने क्षेत्र में स्वच्छता से जुड़े कार्यक्रम आयोजित करें। इन कार्यक्रमों में क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के साथ सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि और उस क्षेत्र में नियुक्त किए गए स्वच्छता दूतों को भी शामिल किया जाए। संभागीय आयुक्त एवं नगर निगम प्रशासक श्री आशीष सक्सेना ने गुरूवार को गूगल मीट के माध्यम से स्वच्छता की समीक्षा करते हुए यह निर्देश दिए।
संभागीय आयुक्त श्री सक्सेना ने कहा कि स्वच्छता के कार्य में जन भागीदारी और सभी का सहयोग हो, इसके लिये वार्ड मॉनीटर अपने-अपने क्षेत्र में हर शनिवार और रविवार को क्षेत्रवासियों के साथ स्वच्छता का कोई न कोई कार्यक्रम अवश्य करें। इस कार्यक्रम के तहत किसी एक स्थान पर सामुदायिक स्वच्छता कार्यक्रम, स्वच्छता की शपथ, जन जागृति से जुड़ी गतिविधियां आयोजित की जा सकती हैं। इसके साथ ही क्षेत्र में स्वच्छता के प्रति स्वप्रेरणा से अच्छा कार्य करने वालों का गणमान्य नागरिकों और जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में सम्मान भी किया जा सकता है।संभाग आयुक्त श्री आशीष सक्सेना ने यह भी निर्देशित किया कि सभी वार्ड मॉनीटर अपने-अपने क्षेत्र में 50 – 50 स्वच्छता दूत ऑनलाइन पंजीकृत कराएँ। स्वच्छता दूत के पंजीयन कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। स्वच्छता दूतों के साथ क्षेत्र में जन जागृति के कार्यक्रम हों तथा स्वच्छता के कार्य में सभी को जोड़ा जाए। उन्होंने समीक्षा के दौरान यह भी निर्देशित किया कि सभी वार्ड मॉनीटर अपने-अपने क्षेत्र में गंदगी फैलाने वालों के विरूद्ध जुर्माने की कार्रवाई भी अवश्य करें।
समीक्षा बैठक में यह भी कहा गया कि सभी वार्ड मॉनीटरों को 10 – 10 हजार रूपए की राशि एडवांस के रूप में उपलब्ध करा दी गई है। स्वच्छता से जुड़े छोटे-छोटे कार्यों में यह राशि व्यय कर कार्यों को तत्परता से कराया जाए। संभाग आयुक्त ने यह भी निर्देशित किया कि स्वच्छता से जुड़े सभी वाहनों पर माइक तथा जीपीएस सिस्टम लगाने की व्यवस्था भी तत्परता से की जाए। गूगल मीट समीक्षा के दौरान जो अधिकारी सिस्टम से नहीं जुड़े हैं उनके विरूद्ध नाराजगी व्यक्त करते हुए कारण बताओ सूचना पत्र जारी करने के निर्देश भी दिए गए।
अच्छा कार्य करने वाले अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जायेगा। इसके साथ ही अच्छा कार्य न करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के विरूद्ध दण्डात्मक कार्रवाई भी की जायेगी। संभाग आयुक्त ने यह भी स्पष्ट किया कि अधिकारी सौंपे गए दायित्वों का निष्ठापूर्वक निर्वहन करें। अपने दायित्व के प्रति लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को बख्शा नहीं जायेगी।
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